देश भर में इस समय राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्साह
का महौल है
ये वो कारसेवक हैं जो राम जन्मभूमि आदोंलन के समय अयोध्या में उपस्थित थे. ऐसे ही तीन कारसेवक हैंका महौल है
इसमें राम दरबार, धनुर्धर राम, जय श्री राम, शबरी गाथा, सीता स्वयंवर, केवट प्रसंग, रावण वध की छाप टिकटों पर अंकित की गई है।
अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापित होने के बाद इसकी तस्वीरें आने का सिलसिला जारी है।
इससे पहले गुरुवार को ढकी मूर्ति का ही पूजन किया गया था।
रामलला के अचल विग्रह, गर्भगृह स्थल और यज्ञमंडप का पवित्र नदियों के जल से अभिषेक किया गया।
पूजन के क्रम में ही राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला का जलाधिवास
व गंधाधिवास हुआ।
राममंदिर के गर्भगृह में सोने के सिंहासन पर रामलला की इस 51 इंच की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है।
मंडपपूजा के क्रम में मंदिर के तोरण, द्वार, ध्वज, आयुध, पताका, दिक्पाल, द्वारपाल की पूजा की
गई है।