हिंदी और उर्दू के शब्दों से लोगों पर जादू करने वाली एक मकबूल आवाज शांत हो गई। मशहूर शायर मुनव्वर राणा का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। Munawwar Rana Death में आपको बता दें कि, वह कई दिनों से बीमार थे, उनका इलाज लखनऊ के पीजीआई हॉस्पिटल में चल रहा था। उन्हें किडनी और हृदय रोग से संबंधित समस्याएं थी। मुनव्वर राणा ने मां और देश के बंटवारे पर जो “मुजाहिरा” लिखा वह आजभी लोगों की जुबान पर है।
विदेशों में भी थे लोकप्रिय
मुनव्वर राणा ने दुनिया के कई हिस्सों में अपनी शायरी सुनाई थी। Munawwar Rana Death में, वह भारत में ही नहीं बल्कि देश में भी काफी लोग प्रिया थे। उनकी रचनाओं का कई भाषाओं में ट्रांसलेट किया जा चुका है। मुनव्वर राणा को साहित्य अकादमी पुरस्कार और अमीर खुसरो पुरस्कार के अलावा माटी रतन पुरस्कार, मीर तक़ी मीर अवार्ड, डॉक्टर जाकिर हुसैन अवार्ड और ग़ालिब अवार्ड और सरस्वती सम्मान अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
हमेशा रहा विवादों से नाता
मुनव्वर राणा हमेशा करीब बात कहते और लिखते थे। इसलिए वह दक्षिणपंथी समूह के निशाने पर रहते थे। केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद मोदी की नीतियों की आलोचना करने के बाद उनके विरोधियों की भी तादाद बढ़ गई थी। इसलिए वह हमेशा विवादों में रहते थे। वह CAA और NRC के खिलाफ थे। Munawwar Rana Death में, किसान आंदोलन में भी खुलकर किसानों के पक्ष में अपनी बात रखी थी। ऐसा कोई बार हुआ है जब उनके बयानों से विवाद पैदा हो गए।
इन हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
मुनव्वर राणा के निधन पर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने मुनव्वर राणा के निधन पर शोक जताया है। Munawwar Rana Death में, उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि, “जिस्म पर मिट्टी मारेंगे राख हो जाएंगे ऐ जमीं एक दिन तेरी खुराक हो जाएंगे हम” अलविदा मुनव्वर साहब, आपका जाना अदबी दुनिया का बड़ा नुकसान है। मैं भारत छोड़ो न्याय यात्रा में हूं और इस खबर ने अंदर तक दुखी कर दिया। इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलेहि राजिऊन”
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि, “तो इस गांव से रिश्ता हमारा खत्म होता है, फिर आंखें खोल ली जाएं कि हमारा सपना खत्म होता है। देश के जाने-माने शायर मुनव्वर राणा जी का निधन बहुत ही हृदय विदरक है। Munawwar Rana Death में, दिवंगत आत्मा की शांति की कामना और भावपूर्ण श्रद्धांजलि।”
Munawwar Rana Death दीवाने हैं दुनिया भर में
हिंदुस्तान के मशहूर शायरों में शुमार किए जाने वाले मुनव्वर राणा की नजम “मां” उर्दू साहित्य में एक अलग जगह है। स्टेज पर मुनव्वर राणा का प्रेजेंटेशन बेहद खास होता था। स्टेज पर मां की शायरी के बिना कोई भी मुशायरा और कभी सम्मेलन पूरा नहीं होता था। Munawwar Rana Death में, उर्दू शायरी की मशहूर शख्सियत रहे मुनव्वर राणा की शायरी को पसंद करने वाले लोग दुनिया भर में हैं। मुनव्वर राणा को उनकी वसीयत के मुताबिक लखनऊ में ही सुपर देखा किया जाएगा।
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