मुथूट पप्पाचन ग्रुप की माइक्रोफाइनेंस सहायक कंपनी मुथूट माइक्रोफिन 18 दिसंबर को अपनी 960 करोड रुपए की इनिशियल पब्लिक आफरिंग (IPO) लाने के लिए तैयार है। पहले पब्लिक इश्यू 20 दिसंबर को समाप्त होगा और बड़े निवेशकों के लिए एक दिवसीय बोली खुलेगी। Muthoot Microfin IPO में बड़े निवेशक 15 दिसंबर को बोली लगा सकेंगे। माइक्रोफाइनेंस की शुरुआती शेयर बिक्री में 960 करोड़ों रुपए जुटाने की योजना बनाई है।
माइक्रोफोन को यूके प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्टर ग्रेटर पेसिफिक कैपिटल का भी सपोर्ट है। इस आईपीओ में मुथूट माइक्रोफिन की ओर से 760 करोड रुपए के नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा शेयरधारकों की ओर से 260 करोड रुपए का ऑफर फॉर सेल रहेगा। मुथूट माइक्रोफोन के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की डिटेल सामने आ गई है। Muthoot Microfin IPO को 277 रुपए से लेकर 291 रुपए के बीच प्रति शेयर सेक्स किया गया है।
लॉट साइज और न्यूनतम खर्च
Muthoot Microfin IPO का फ्लोर प्राइस इक्विटी शेयरों की फेस वैल्यू का 27.70 गुना है, जबकि कैप प्राइस 29.10 गुना है। मथुट आईपीओ के लिए एक लॉट में 51 इक्विटी शेयर शामिल किए गए हैं। निवेशक को उसके बाद 51 इक्विटी शेयरों के मल्टीपल में आवेदन करना होगा। एक लॉट के लिए खर्च की राशि 18441 रुपए है। sHNIs को कम से कम 14 लॉट के लिए बोली लगानी होगी। जबकि bHNIs को कम से कम 68 लौट के लिए बोली लगानी होगी।
मुथूट माइक्रोफिन आईपीओ के तहत योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए 50 प्रतिशत शेर का कोटा रिजर्व किया गया है। गैर संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए 15 प्रतिशत शेयर रिजर्व किए गए हैं। जबकि रिटेल निवेशकों के लिए 35 प्रतिशत शेयर रिजर्व किए गए हैं। Muthoot Microfin IPO को कर्मचारियों के लिए तय हिस्से में बोली लगाने वाले पत्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर ₹14 छूट की पेशकश की गई है।
कितना तय किया प्राइस बैंड
कंपनी ने शेयरों के प्राइज बैंड भी घोषणा कर दी है माइक्रोफाइन ने प्राइस बैंड 277 रुपए से लेकर 291 रुपए के बीच तय किया है। इस आईपीओ में निवेशक 18 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच पैसा लगा सकते हैं। इसी के साथ ही कंपनी ने शेयरों का लॉट साइज 51 शेयरों का तय किया है। ऐसे में Muthoot Microfin IPO के लिए रिटेल निवेशक कम से कम एक और ज्यादा से ज्यादा 14 लॉट यानी कुल 663 शेयर एक बार में खरीद सकते हैं।
Muthoot Microfin IPO में कम से कम 14,841 रूपए और ज्यादा से ज्यादा 1,92,933 रुपए तक की बोली Muthoot Microfin IPO में रिटेल इन्वेस्टर्स द्वारा लगाई जा सकती है। इस 960 करोड रुपए के आईपीओ में से 200 करोड़ों रुपए के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के लिए है और 760 करोड़ों रुपए के फ्रेश शेयर जारी किए जा रहे हैं। मुथूट माइक्रोफोन आईपीओ के जरिए जुटाने जाने वाली रकम का इस्तेमाल कैपिटल जरूरत को पूरा करने के लिए करने वाली है।
अलॉटमेंट, लिस्टिंग और GMP
इस IPO को 21 दिसंबर को अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा। 22 दिसंबर को रिफंड शुरू किया जाएगा और उसी दिन शेयरों को एलॉटेड किए गए डिमैट अकाउंट में जमा किया जाएगा। Muthoot Microfin IPO की बीएससी और एनएसई पर लिस्टिंग संभावित तारीख मंगलवार 26 दिसंबर को होने की उम्मीद है। प्रमोटर बेचने वाले शेयरधारक और निवेदक बेचने वाले शेयरधारक सूचीबद्ध हैं, और जुटा गई रकम भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगी।
Muthoot Microfin IPO के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम +130 है, जो ग्रे मार्केट में 130 रुपए के प्रीमियम का संकेत देता है। आईपीओ के मूल्य बैंड के ऊपरी छोर और ग्रे मार्केट प्रीमियम को ध्यान में रखते हुए मुथूट माइक्रोफिन ने अनुमानित लिस्टिंग मूल्य 421 रुपए प्रति शेयर है, जो आईपीओ मूल्य 291 रुपए से 44.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी की ओर इशारा करता है। आईपीओ में 760 करोड रुपए तक के शेरों का ताजा अंक और 200 करोड रुपए तक की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है।
Muthoot Microfin IPO का स्ट्रक्चर
मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड आईपीओ 960 करोड रुपए का है, Muthoot Microfin IPO में ओएफएस के तहत शेयर बेचने वाले शेयर धारकों में थॉमस जॉन मुथूट (16.36 करोड़ रुपए तक के शेयर), थॉमस मुथूट( 16.38 करोड़ रुपए तक के शेयर), थॉमस जॉर्ज मुथूट (16.36 करोड़ रुपए तक के शेयर), प्रीति जॉन मुथूट (33.74 करोड़ रुपए तक के शेयर), रैमी थॉमस (33.3 करोड़ रुपए तक के शेयर), नीना जॉर्ज (33.76 करोड़ रुपए तक के शेयर) शामिल है।
इसके अलावा ग्रेटर पेसिफिक कैपिटल WIV लिमिटेड के 50 करोड़ तक के शेयर शामिल हैं। कंपनी का इरादा इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग करके भविष्य की पहुंची आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी पूंजी आधार बढ़ाने का है। Muthoot Microfin IPO के बुक रनिंग लीडर मैनेजर, आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट लिमिटेड है।
ऑफर फॉर सेलग्रे मार्केट प्रीमियम के बारे में
ग्रे मार्केट प्रीमियम ट्रेडिंग आमतौर पर IPO खोलने से लगभग 4-5 दिन पहले शुरू होती है और और लिस्टिंग की तारीफ तक जारी रहती है। Muthoot Microfin IPO को जीएमपी को प्रभावित करने वाले दो कारक हैं। सबसे पहले, शेयर बाजार की स्थितियों का ग्रे मार्केट प्रीमियम पर, विशेष रूप से बाजार में तरलता की स्थितियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। दूसरे, आईपीओ के सदस्यता की सीमा जीएमपी पर गहरा प्रभाव डालती है क्योंकि यह स्टॉक में इन्वेस्टर सहित का संकेत है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम तकनीकी रूप से नकारात्मक भी हो सकता है। जिसका मतलब है कि स्टॉक इश्यू की कीमत पर डिस्काउंट पर लिस्ट करेगा। यहां याद रखने के लिए एक छोटा बिंदु है। ग्रे मार्केट प्रीमियम एक आधिकारिक मूल्य बिंदु नहीं है, बस एक लोकप्रिय अनौपचारिक मूल्य बिंदु है। हालांकि, अधिकांश मामलों में इसे, आईपीओ की मांग और आपूर्ति का एक अच्छा मान माना गया है इसलिए Muthoot Microfin IPO एक व्यापक विस्तार का संकेत देता है।
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