अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं या फिर इसमें निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो फिर यह खबर आपके लिए है। सरकार एक शानदार मौका लेकर आ रही है। दरअसल, आप बाजार भाव से कम दाम पर सोना खरीद सकते हैं और वो भी सीधे सरकार से, दरअसल इसी महीने Sovereign Gold Bond Scheme की तीसरी किश्त जारी होने वाली है और इसमें 5 दिनों तक आपको सस्ते दाम पर गोल्ड में निवेश करने का मौका मिलेगा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली किस्त दिसंबर और फरवरी। में जारी की जाएगी। इस मामले में वित्त मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी करके जानकारी दी है कि Sovereign Gold Bond Scheme 2023-24 की तीसरी और चौथी किस्त दिसंबर और फरवरी में जारी होगी। तीसरी किश्त में आप 18 दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच निवेश कर पाएंगे। वही चौथी सीरीज में 12 फरवरी से 16 फरवरी 2024 के बीच खुलेगी।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की खास बातें
Sovereign Gold Bond Scheme में निवेश करने पर आपको प्रति वर्ष 2.5% ब्याज दर का लाभ भी मिलता है। इस ब्याज दर का भुगतान छमाही के आधार पर होता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में अगर आप ऑनलाइन माध्यम से निवेश करते हैं तो आपको इश्यू प्राइस में 50 रुपए प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट मिलेगी। इस स्कीम के तहत आप सोने में कुल 8 साल के लिए निवेश कर सकते हैं, मगर इसमें 5 साल के बाद एग्जिट लेने का विकल्प भी मिलता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है। आप इस स्कीम के तहत कम से कम 1 ग्राम और ज्यादा से ज्यादा 4 किलोग्रा तक सोना 1 साल में खरीद सकते हैं। वहीं ट्रस्ट और संस्थाएं एक साल में 20 किलोग्राम सोना खरीद सकते हैं। रिजर्व बैंक ने Sovereign Gold Bond Scheme की तीसरी और चौथी सीरीज को जारी करने की डेट का ही ऐलान किया है। इश्यू प्राइस IBJA के आखरी 3 दिन के सोने के औसत दान के हिसाब से तय किया जाएगा।
म्युचुअल फंड और Nifty 50 से भी ज्यादा रिटर्न
इस अवधि के दौरान Nifty 50 का रिटर्न 12% रहा, जबकि लार्ज कैप म्युचुअल फंड ने 13% रिटर्न पेश किया है। ऐसे में अगर आपने Sovereign Gold Bond Scheme में निवेश किया होता तो आज आपको इन दोनों निवेश योजनाओं से ज्यादा रकम मिलती। गोल्डन पी के CEO अभिजीत रॉय ने बिजनेस टुडे से कहा कि वास्तविक सोने की बजाय अगर गोल्ड बॉन्ड में पैसा लगाते हैं, तो यह आपको एक अच्छा रिटर्न के साथ ही कई चुनौतियों से बचाता है।
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Sovereign Gold Bond Scheme में निवेश करने के फायदे
जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि अभी तक इन्वेस्टर्स की इस योजना की बदौलत काफी अच्छे रिटर्न भी मिले हैं। लेकिन अगर फिर भी आप जानना चाहते हैं कि इस योजना में इन्वेस्ट करने से आपको क्या फायदा हो सकता है, तो आपको बता दें कि भारत के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) द्वारा Sovereign Gold Bond Scheme केऐसे 6 कारण साझा किए गए हैं जिनकी वजह से आपको इस योजना में इन्वेस्ट करना चाहिए।
- 2.5% प्रतिवर्ष का रिटर्न जिसे आप 6 महीने में एक बार निकाल सकते हैं।
- स्टोरेज की समस्या से मुक्ति और ना ही फिजिकल गोल्ड जैसी समस्याएं।
- लोन लेने के लिए कर सकते हैं इस्तेमाल।
- ना जीएसटी और ना ही अन्य शुल्क।
- इकट्ठा की गई कैपिटल पर टैक्स नहीं लगता।
इस तरह कर सकते हैं इन्वेस्ट
आपको बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के अलावा इस Sovereign Gold Bond Scheme को HDFC बैंक, PNB बैंक, केनरा बैंक और बैंकों के माध्यम से भी खरीदा जा सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि इस योजना में इन्वेस्ट कैसे किया जाता है।
- अपने नेट बैंकिंग अकाउंट से लॉगिन करें।
- उसके बाद ई-सर्विसेज पर क्लिक करें।
- Sovereign Gold Bond Scheme के विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद नियम बात शर्तें पड़े और उन्हें मंजूरी दें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भरें।
- याद रखें कि यह फॉर्म आपको एक ही बार भरना होगा।
- इसके बाद submit बटन पर क्लिक करें।
- सब्सक्रिप्शन की मात्रा का चयन करें।
- परचेज फॉर्म में नॉमिनी की जानकारी दर्ज करें।
- इसके बाद सबमिट विकल्प पर क्लिक करें।
![इस तरह कर सकते हैं इन्वेस्ट](https://24hindinews.in/wp-content/uploads/2023/12/%E0%A4%87%E0%A4%B8-%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%B9-%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%95%E0%A4%A4%E0%A5%87-%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82-%E0%A4%87%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F-1024x576.jpg)
Tax Benefit का भी लाभ
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का 8 साल का मेच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद निवेशक को मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है। Sovereign Gold Bond Scheme में 2 तरीकों से प्रीमेच्योरिटी एग्जिट कर सकते हैं। ऐसा करने से बंद के रिटर्न पर अलग-अलग टैक्स रेट लागू है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लॉक इन पीरियड पूरा होने के बाद और मेच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले गोल्ड बॉन्ड की बिक्री से मिलने वाला रिटर्न, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स में आता है।
Sovereign Gold Bond Scheme में लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन्स टैक्स की दर इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ 20% है। अगर गोल्ड बॉन्ड स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होते हैं, तो इन्हें रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा (RBI) नोटिफाई की गई तारीख से शेयर बाजार में ट्रेड किया जा सकता है। अगर गोल्ड बॉन्ड को, खरीद की तारीख के 3 साल के अंदर बेचा जाता है तो प्राप्त होने वाला रिटर्न शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स में आता है।
यह इन्वेस्टर्स की सालाना आय से जुड़ता है और फिर एप्लीकेबल टैक्स स्लैब के मुताबिक टैक्स लगता है। अगर गोल्ड बॉन्ड को खरीद से 3 साल पूरा होने के बाद बेचा जाता है तो Sovereign Gold Bond Scheme से प्राप्त रिटर्न, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स में आता है। वहीं अगर इस स्कीम में किसी ने ऑनलाइन निवेश किया है तो उसे प्रति ग्राम 50 रूपए की अतिरिक्त की छूट दी जाती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड यहां से खरीदें सोना
सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड, रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) द्वारा जारी किए जाते हैं। आरबीआई ने इनकी बिक्री के लिए चुनिंदा बैंकों और पोस्ट ऑफिस, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन, क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया तथा स्टॉक एक्सचेंज NSE और BSE को अधिकृत किया हुआ है। Sovereign Gold Bond Scheme में स्टॉक एक्सचेंज के जरिए बॉन्ड खरीदने के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है। इसके साथ ही केवाईसी और पैन कार्ड होना भी जरूरी है।
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