आर्मी जर्नल ऑफिसर सैम हॉरमुसजी फेमजी जमशेदजी मानेकशॉ के जीवन पर आधारित बनी फिल्म सैम बहादूर जो की 1 दिसम्बर को पर्दे पर लग चुकी है। जिसमे बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल ने सैम बहादुर की अहम भूमिका निभाई है। वह फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत होने वाले पहले सेना अधिकारी हैं। 1971 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष थे। इस लेख में हम आपको Sam Bahadur Box Office Collection के बारे में बताएँगे।
50 करोड़ से अधिक बजट से बनी सैम बहादुर फिल्म में विक्की कौशल ने जबरदस्त किरदार और दमदार एक्टिंग कर दर्शको को अपना फैन बना लिया है। फिल्म ने पहले दिन ही हलचल मचा दी है यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़ेगी। विक्की कौशल की दमदार एक्टिंग के साथ काफी रोमांचक और एक्शन व बायोपिक मूवी है बेसबरी से दर्शको को मूवी का इंतज़ार था। Sam Bahadur Box Office Collection के बारे में और जानने के लिए हमसे जुड़े रहे।
क्या है सैम बहादुर की कहानी (Sam Bahadur Movie Review)
03 अप्रैल 1914 अमृतसर, पंजाब, में जन्मे सैम हॉरमुसजी फेमजी जमशेदजी मानेकशॉ जिनके पिता जी हॉरमुसजी मानेकशॉ एक डॉक्टर थे। सैम बहादुर भी अपने पिता जी की तरह एक डॉक्टर बनना चाहते थे। सैम मानेकशॉ जब 15 साल की उम्र के हुए तो उन्होंने अपने पिता जी से कहा मुझे आगे की पढाई करने लन्दन जाना है तो उनके पिता जी ने साफ़ इंकार कर दिया।
पूर्व सैन्य अधिकारी ने उत्तराखंड के नैनीताल से अपनी प्रारंभिक पढाई की और इसके बाद हिंदी सभा कॉलेज से मेडिकल की शिक्षा हासिल की सैम जोकि बहुत गुस्से स्वभाव के थे इस बात से गुस्सा होकर सैम मानेकशॉ ने अपने डॉक्टर बनने का सपना तोड़ दिया और इंडियन मलिट्री में शामिल होने के लिए फॉर्म भरा और सेलेक्ट हो गये।
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फिर मानेकशॉ 1932 में भारतीय सैन्य अकादेमी देहरादून के पहले दल से शामिल हुए । मानेकशॉ ने 22 अप्रैल 1939 को मुंबई में सिल्लो बोडे से शादी की। सन 1942 के दौरान सैम बर्मा देश के अन्दर अपने जवानों को जापान के सिपहियो के खिलाफ लीड कर रहे थे तभी वह एक मशीन गन का शिकार बन गये और उन्हें पेट में कई साडी गोलिया लगी जिससे वह अधिक जख्मी हो गये थे। द्वितीय विश्वयुद्ध में उन्हें वीरता के लिए मलिट्री क्रोस में सम्मानित किया गया।
सैम मानेकशॉ भारतीय सेना के सबसे सुशोभित अधिकारियों में से एक हैं, जिन्होंने चार दशकों से अधिक समय तक सेवा की और पांच युद्ध लड़े। सैम को 8 रायफल गोरखा के सैनिक द्वारा सैम बहादुर नाम दिया गया था । 1971 की जंग में पाकिस्तान को हराने और नया देश बांग्लादेश बनाने में पूरा श्रेय सिर्फ सैम बहादुर को जाता है। 1971 के इस युद्ध से पहले भी उन्होंने कई मोका पर वीरता का परिचय दिया वे सेवा वे तब से रहे जब भारत और पाकिस्तान एक मुल्क हुआ करते थे 1973 में वह सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए थे। सैम 94 बर्ष की आयु में 27 जून 2008 को तमिलनाडु के सैन्य अस्पताल में मृत्यु हो गयी यह कहा जाता है की उनके आखरी शब्द थे“में ठीक हूँ“।
मानेकशॉ के किरदार में जंच गए विक्की कौशल
विक्की चौशल ने मानेकशॉ के चरित्र में जिस तरह का अंदाज दिखाया है वोह आपको मोहित किये बिना नहीं रहता उनकी लाजवाब एक्शन ने दर्शक को अपना फेन बना लिया है। अगर इस फिल्म को विक्की कौशल की अदाकारी का शीर्ष बिंदु कहे तो गलत नहीं होगा इस फिल्मी में उन्होंने बहुत ही कमाल का परफोर्मेंस किया है।
सैम मानेकशॉ के किरदार में वह पूरी तरह जम गये सिनेमा घरो में देख कर उन्हें पता लगाया जा सकता है की उन्होंने कितनी मेहनत की है इस रोल के लिए। विक्की कौशल सैम परदे पर सैम के अवतार में इतने सटीक रहे की आप उनसे नज़रे ही नहीं हटा पाएंगे। फिल्म को सिनेमाघरों में परिवार के साथ देखा जा सकता है आप इसे देखकर बिलकुल भी निराश नहीं होंगे।
Sam Bahadur Box Office Collection
55 करोड़ के बजट में मेघना गुलज़ार की डायरेक्शन में बनी फिल्म सैम बहादुर ने सिर्फ एक दिन में ही 3 करोड़ की एडवांस बुकिंग कर ली है। टिकेट का मूल्य 290 रू0 से 660 तक है। और बात करे फिल्म की एक दिन की कमाई की तो वो लगभग 9 से 10 करोड़ का कलेक्शन करने वाली है । देश के पहले फील्ड मार्सल सैम मानेकशॉ की बायोपिक है उम्मीद है कि सैम बहादुर पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करेगी।
Box Office Collection | Earning |
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Sam Bahadur Box Office Collection Day 1 | ₹ 5.50 Crore |
Sam Bahadur Box Office Collection Day 2 | ₹ 6.00 Crore |
Sam Bahadur Box Office Collection Day 3 | ₹ 4.00 Crore |
संगीतकार
फिल्म का संगीत शंकर-एहसान-लॉय द्वारा रचित है गीत गुलज़ार द्वारा लिखे गए हैं। फोटोग्राफर स्कोर केतन सोढ़ा द्वारा रचित है।
इंदिरा और मानेकशॉ के बीच वैचारिक मतभेद की कहानी
पाकिस्तान में होने वाले तख्तापलट से आशंकित होकर जब इंदिरा गाँधी उनसे पूछती है की कही वे हिंदुस्तान में तो एसा करने की नहीं सोच रहे तब वह दो टूक जवाब देते है की इन्दिरा को डरने की जरूरत नहीं उन्हें राजनीती में कोई दिलचस्पी नहीं है वह अपनी राजनीती करे और उन्हें उनका काम करने दे।
सैम बहदुर का डायरेक्शन
मेघना गुलज़ार इससे पहले तलवार, छपाक, राजी जैसी हिट फिल्मे बना चुकी है सैम बहादुर पर काफी समय से काम कर रही थी । मेघना गुलज़ा का डायरेक्शन काफी अच्छा रहा तो आपको सिनेमा घरो में देखने को मिल जायेगा सिनेमा घरो में काफ़ी अच्छा प्रदर्शन करेगी और दर्शको को उत्साहित करेगी। देश के बहादुर जवान आर्मी जर्नल ऑफिसर सैम हॉरमुसजी फेमजी जमशेदजी मानेकशॉ पर बनी ये बायोपिक फिल्मी आप सब को पसंद आएगी आप देखेंगे की कैसे एक वीर ने भारत को युद्ध में विजयी दिलाई। उनकी विशालता को चित्रित करने के लिए कहानी में कसाव बहुत ज़रूरी था।
हमने इस लेख में आपको Sam Bahadur Box Office Collection Day 1 और Sam Bahadur Box Office Collection Day 2 के बारे में बताया है अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों में शेयर ज़रूर करें।